रेडियोथेरेपी के लिए विश्व की अत्याधुनिक मशीन Vital Beam Version – 3 अब पटना के सवेरा हॉस्पिटल में इस वर्जन की भारत मे यह पहली मशीन कैंसर के मरीजों के इलाज हेतु शुरुआत की जा चुकी है

रेडियोथेरेपी के लिए विश्व की अत्याधुनिक मशीन  Vital Beam Version – 3 अब पटना के सवेरा हॉस्पिटल में इस वर्जन की भारत मे यह पहली मशीन कैंसर के मरीजों के इलाज हेतु शुरुआत की जा चुकी है

रविवार को विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर पटना कंकड़बाग स्थित सवेरा हॉस्पिटल पटना में रेडियोथेरेपी की अत्याधुनिक व सबसे उन्नत उपकरण linear accelerator vital beam version – 3 मशीन की शुरुआत रोगियों के उपचार के लिए किया जा चुका है। vital beam  version – 3 इस वर्जन की भारत मे यह पहली मशीन है जिसका उपयोग जटिल से जटिल कैंसर के मरीजों के उपचार के लिए किया जाएगा। बिहार , उत्तरप्रदेश व झारखंड के मरीज अब यहाँ आ कर जटिलतम कैंसर का इलाज कम से कम दुष्प्रभाव के साथ करवा सकते हैं। इस मशीन के द्वारा 3DRT/imrt/igrt/rapid arc/sbrt/srs का इलाज भी सम्भव है।

अस्पताल परिसर में ही कार्यक्रम कर उक्त मशीन को मरीजो हेतु सौंपा गया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में पद्म श्री डॉ आर एन सिंह,आई एम ए अध्यक्ष डॉ शाहजानंद प्रसाद, डॉ प्रितांजली,राजद एम एल सी सह विस्कोमान के अध्यक्ष डॉ सुनील कुमार सिंह उपस्थित हुए।

उक्त मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सवेरा कैंसर अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ वी पी सिंह के कहा जटिल से जटिल कैंसर जिसका इलाज बहुत ही मुश्किल है वैसे कैंसर के लिए रेडियोथेरेपी बहुत सुरक्षित एवं कारगर तरीका है। इन सुविधाओं के लिए सूबे के मरीजों को मुम्बई,दिल्ली या विदेश की ओर जाना पड़ता था। लेकिन अब ये सारी सुविधाएं आपके अपने सवेरा अस्पताल में संभव है। डॉ वीपी सिंह ने अपने संबोधन में आगे कहा रेडिएशन से डरने की जरूरत नही है। इसके दुष्प्रभाव अस्थाई होते हैं जो इलाज खत्म होने पर धीरे धीरे स्वतः ही खत्म हो जाते हैं। सिकाई वाली जगह पर सिर्फ थोड़ी बहुत परेशानी होती है लेकिन वो भी दर्द रहित होती है। बिहार में सबसे कम दर या शायद भारत मे सबसे कम पैसों में इस मशीन के द्वारा हम कैंसर के इलाज के लिए तैयार हैं।

रेडिएशन वाली ये प्रक्रिया दो तरह से की जाती है। बाह्य (external beam radiotherapy) और अंतः (brekitherapy) रेडिएशन । इसमें मरीज के सिकाई वाली जगह पर जाली (orfit) बनाई जाती है फिर जाली के साथ c.t scan कर के DICORT के माध्यम से TPS (Treatment planning system) में ट्रांसफर किया जाता है जहाँ radiation oncologist एवं physiest मिल कर target volume पर प्लानिंग करते हैं फिर मरीज को ट्रीटमेंट रूम में मशीन द्वारा विकिरण किया जाता है। उक्त मौके पर डॉक्टर अमृता कुमारी,डॉ नीता इत्यादि ने भी अपने विचार रखें।

रेडियोथेरेपी के लिए विश्व की अत्याधुनिक मशीन  Vital Beam Version – 3 अब पटना के सवेरा हॉस्पिटल में इस वर्जन की भारत मे यह पहली मशीन कैंसर के मरीजों के इलाज हेतु शुरुआत की जा चुकी है

admin